राजस्थान की राजनीति में लूणी विधायक जोगाराम पटेल का बढ़ता कद

राजस्थान की राजनीति में लूणी विधायक जोगाराम पटेल का बढ़ता कद

जोधपुर। राजस्थान की राजनीति में इन दिनों लूणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल का राजनीतिक कद लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है। हाल ही में प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने अंता विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी मोरपाल सुमन के चुनाव प्रचार और संपूर्ण चुनाव प्रबंधन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जोगाराम पटेल को सौंपी है। पार्टी ने उन्हें चुनाव प्रभारी मंत्री नियुक्त कर यह स्पष्ट संदेश दिया है कि संगठन को उनके नेतृत्व और प्रबंधन कौशल पर पूरा भरोसा है।

प्रदेश नेतृत्व का यह निर्णय इस बात का संकेत है कि आने वाले चुनावों में भाजपा किस तरह संगठन, रणनीति और जनसमर्थन के आधार पर जीत सुनिश्चित करना चाहती है। जोगाराम पटेल की संगठनात्मक समझ, जनसंपर्क में सक्रियता और जनता के बीच उनकी गहरी पकड़ को देखते हुए उन्हें यह अहम दायित्व दिया गया है।

राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार के सुचारू संचालन और संगठन के मजबूतीकरण में जोगाराम पटेल की भूमिका अहम रही है। वे न केवल एक अनुभवी जनप्रतिनिधि हैं, बल्कि कानून के गहन जानकार भी हैं। विधानसभा में उनकी तार्किक और तथ्यात्मक प्रस्तुति उन्हें अन्य नेताओं से अलग पहचान देती है।

लूणी विधानसभा क्षेत्र से वे तीसरी बार विधायक चुने गए हैं और वर्तमान में राजस्थान सरकार में संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें भजनलाल सरकार का “संकटमोचक मंत्री” कहा जाता है, जो हर कठिन परिस्थिति में सरकार की नीतियों और निर्णयों का मजबूती से बचाव करते हैं।

जनसेवा, सादगी और विकासमुखी दृष्टिकोण के कारण जोगाराम पटेल लूणी ही नहीं बल्कि पूरे मारवाड़ और प्रदेश के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं। उनकी कार्यशैली “जनसेवा ही राजनीति का उद्देश्य है” की भावना को दर्शाती है।

अंता उपचुनाव में मिली यह जिम्मेदारी इस बात का संकेत है कि जोगाराम पटेल अब भाजपा के उन नेताओं की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं, जिन पर पार्टी चुनावी रणनीति और जीत के प्रबंधन को लेकर भरोसा जताती है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, जोगाराम पटेल का शांत स्वभाव, संवाद कौशल, संगठनात्मक अनुभव और जनता के बीच उनकी गहरी पैठ उन्हें राजस्थान की राजनीति में एक प्रभावशाली और भरोसेमंद चेहरा बना रही है।

निस्संदेह, जोगाराम पटेल का यह बढ़ता राजनीतिक प्रभाव आने वाले समय में राजस्थान की राजनीति की दिशा तय करेगा।