बिहार के विवादास्पद यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी

बिहार के विवादास्पद यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी

◆ आज 18 मार्च 2030 को बिहार के रिपोर्टर यूट्यूबर मनीष कश्यप को गिरफ्त में लेने के लिए तमिलनाडु की पुलिस पटना पहुंची।

◆ मनीष कश्यप द्वारा बिहार के थाने में सरेंडर किया गया।

◆ तमिलनाडु पुलिस की 4 सदस्य टीम बिहार की राजधानी पटना में मनीष कश्यप के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आई थी।

मामला क्या है

◆ फर्जी वीडियो बनाकर वायरल करने के एवेज में मनीष कश्यप के खिलाफ कार्रवाई की गई है

◆ मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का फर्जी वीडियो बना वायरल करने वाले यूट्यूबर ने कुर्की देख किया।

◆ उनके इसी प्रकरण के चलते शनिवार 18 मार्च 2023 की सुबह बेतिया जिले के जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया। 

◆ उनकी गिरफ्तारी की जानकारी आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नय्यर हसनैन खान ने दी ह।

◆ इस मामले में आगे की कार्रवाई की जारी हैं।

◆ वीडियो प्रकरण के चलते मनीष कश्यप समेत 4 पर हुआ था नामजद FIR। आर्थिक अपराध इकाई के अनुसार, बिहारियों के साथ हुए हिंसा मामलों में कुल 30 वीडियो पोस्ट किए गए थे। इस वीडियो को पोस्ट करने के मामले में 4 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। 

◆ जांच के दौरान पाया गया 8 मार्च 2023 को मनीष कश्यप बी.एन.आर न्यूज हनी नामक यूट्यूब चैनल का एक वीडियो ट्वीट किया गया था। इसमें पट्टी बंधे 2 लोगों को दिखाया जा रहा है। 

◆ उस ट्वीट में टैग वीडियो देखने से संदिग्ध लग रहा था। इसकी जांच करवाई गई और वीडियो अपलोड करने वाले शख्स राकेश कुमार को पूछताछ के लिए लाया गया। उसने स्वीकार किया कि 6 मार्च को अपलोडेड वीडियो को दो अन्य लोगों के सहयोग से बनाया गया था। राकेश ने बताया कि यह वीडियो जक्कनपुर के बंगाली कॉलोनी स्थित एक किराए के मकान में शूट किया गया था। 

◆ पुलिस द्वारा किए जा रहे अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़ा जा सके राकेश रंजन के मकान मालिक द्वारा भी इस संबंध में पुष्टि की है। इसके बाद इस मामले में राकेश रंजन कुमार, मनीष कश्यप और उसके दो साथियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था।

◆ इस प्रकरण को पूर्व नियोजित करके एक फिल्मी अंदाज में शूट किया गया और अपलोड करके वायरल किया गया जिसके चलते मनीष कश्यप के सात अन्य जितने भी लोग जुड़े हैं उन पर भी कार्रवाई की जा रही है।





मनीष कश्यप व इस प्रकरण के बारे में

◆ मनीष कश्यप जो कि बिहार के हैं और एक यूट्यूबर पर है जो लगातार अपने यूट्यूबर पर रिपोर्टर के अंदाज में विभिन्न मुद्दों पर बात रखते हैं और अपने चैनल पर उसको अपलोड करते हैं ।

◆ उनके विवादास्पद अंदाज के चलते उन पर इससे पहले भी 7 मामले दर्ज हो चुके  है।

◆ हाल ही के वीडियो वायरल प्रकरण में मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर EOU की टीम लगातार दबिश बनाते हुए उसे खोज रही थीं। इस संबंध में EOU के एसपी सुशील कुमार ने बताया कि पुलिस की दबिश और कुर्की शुरू होते ही मनीष ने सरे़डर कर दिया।

◆  मनीष के खिलाफ EOU ने टीम मामले दर्ज किए थे जबकि उसपर पूर्व से सात मामले दर्ज हैं। इधर, मनीष कश्यप द्वारा सरेंडर करने पर सैकड़ों लोग थाने के जुट गए। 

◆ आक्रोशित लोग सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि मनीष कश्यप निर्दोष है। सरकार उसे फंसा रही है। 

◆ हाल ही के प्रकरण में मनीष को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस बल ने अपना पूरा सामर्थ्य लगाया और उसी के चलते उन्होंने सरेंडर दीजिए।

निष्कर्ष: मनीष कश्यप द्वारा इस प्रकार के प्रकरण में लिप्त पाए जाने के कारण उनकी मुश्किलें निश्चित तौर पर भविष्य में बढ़ेगी और इससे साइबर सिक्योरिटी और गलत भावनाओं को फैलाने पर कैसे पाबंदी लगाई जाए इस पर भी सरकार को सोचना चाहिए इसके लिए जितनी जल्दी हो सकें कड़े नियम बनाए जाएंगे उतना बेहतर रहेगा क्योंकि इस प्रकार के वीडियो वायरल करने के मामले पहले भी आ चुके हैं जिन पर अंकुश लगाने के लिए कड़े नियमों की पालना करना जरूरी था जो कि उतना नहीं हुआ उसी के चलते यह सब कुछ बढ़ता चला जा रहा है जोकि चिंता का विषय है।