
जीवन परिचय:
◆ जन्म – 9 मई, 1540 (ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया, विक्रम संवत् 1597, रविवार)
⬧ जन्म स्थान – बादल महल (कटारगढ़) कुंभलगढ़ दुर्ग
⬧ पिता – महाराणा उदयसिंह
⬧ माता – जयवंता बाई (पाली नरेश अखैराज सोनगरा की पुत्री)
⬧ विवाह – 1557 ई. में अजबदे पँवार के साथ हुआ।
⬧ पुत्र – अमरसिंह
⬧ शासनकाल – 1572-1597 ई.
महाराणा प्रताप को विभिन्न रूप नामों से अलंकृत किया गया जोकि यथा है
‘कीका’ (मेवाड़ के पहाड़ी प्रदेशों में)
मेवाड़ केसरी
हिन्दुआ सूरज
राज्याभिषेक:
⬧ प्रथम राज्याभिषेक – 28 फरवरी, 1572 को महादेव बावड़ी (गोगुन्दा)
⬧ विधिवत् राज्याभिषेक – कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ जिसमें मारवाड़ के राव चन्द्रसेन सम्मिलित हुए।
अकबर द्वारा भेजे गए 4 संधि प्रस्तावक:
1. जलाल खाँ कोरची – नवम्बर, 1572
2. मानसिंह जून, 1573
3. भगवन्तदास – अक्टूबर, 1573
4. टोडरमल – दिसम्बर, 1573
महाराणा प्रताप द्वारा लड़े गए प्रसिद्ध युद्ध:
● हल्दीघाटी का युद्ध (राजसमन्द) ̶ 18 जून, 1576
● दिवेर का युद्ध (अक्टूबर, 1582)
राणा प्रताप से जुड़ें हुए अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
⬧ राजमहल की क्रांति -उदयसिंह ने जगमाल को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था लेकिन मेवाड़ के सामन्तों ने जगमाल को हटाकर राणा प्रताप को शासक बनाया, यह घटना ‘राजमहल की क्रांति’ कहलाती है।
⬧ प्रताप का घोड़ा – चेतक
⬧ हाथी – रामप्रसाद व लूणा
⬧ मुगलों से संघर्ष के लिए राणा प्रताप ने वीर सामंतों तथा भीलों को एकजुट किया और उन्हें सैन्य व्यवस्था में उच्च पद देकर उनके सम्मान को बढ़ाया।
⬧ गोपनीय तरीके से युद्ध का प्रबंध करने के लिए प्रताप ने अपना निवास स्थान गोगुन्दा से कुंभलगढ़ स्थानान्तरित कर दिया।
देवलोक गमन:
⬧ मृत्यु -19 जनवरी, 1597, चावण्ड
मृत्यु का कारण: 1597 में धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाते समय प्रताप को गहरी चोट लगी। जो उनकी मृत्यु का कारण बनी।
⬧ अग्निसंस्कार – बांडोली
⬧ प्रताप की 8 खम्भों की छतरी – बांडोली (उदयपुर) में खेजड़ बाँध की पाल पर।
प्रताप की मृत्यु पर सुनाया गया प्रसिद्ध युद्ध दोहा:
◆ अकबर के दरबार में उपस्थित कवि दुरसा आढ़ा ने एक दोहा सुनाया –
गहलोत राणो जीत गयो दसण मूंद रसणा डसी।
नीलास मूक भरिया नयन तो मृत शाह प्रताप सी।