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Lakshay Media > Blog > देश - दुनिया > स्थापना दिवस विशेष
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स्थापना दिवस विशेष

Mahesh Patel
Last updated: 2023/01/21 at 9:32 PM
Mahesh Patel Published 21/01/2023
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सर्वप्रथम आप सभी को त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय राज्यों की स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
क्यों है आज का दिन विशेष?
¶ आज ही के दिन 21 जनवरी को भारत के 3 राज्यों यथा त्रिपुरा, मणिपुर एवं मेघालय की एक साथ स्थापना की गई थी
¶ प्रतिवर्ष इस दिन को इन तीनों राज्यों के स्थापना दिवस के रूप में समर्पित किया गया है

स्थापना दिवस से जुड़ें हुई अति महत्त्वपूर्ण महत्त्वपूर्ण बातें
¶ 21 जनवरी, 1972 को पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत त्रिपुरा, मणिपुर एवं मेघालय को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया गया।
¶ 15 अगस्त, 1947 से पहले शांतिपूर्ण वार्ता के ज़रिये ऐसे लगभग सभी राज्यों, जिनकी सीमाएँ भारतीय संघ के साथ लगती थीं, इनको विलय करने हेतु एकजुट कर लिया गया था।
¶ उस समय तक अधिकांश राज्यों के शासकों ने विलय पत्र (Instrument of Accession) पर अपनी सहमति से हस्ताक्षर किए थे, जिसका अर्थ था कि उनका राज्य भारत संघ का हिस्सा बनने के लिए सहमत है।

त्रिपुरा
( आजादी से पूर्व व पश्चात से संबंधित संक्षिप्त परिचय:)
¶ भारतीय संघ में विलय होने तक त्रिपुरा एक रियासत थी तथा 17 मई, 1947 को त्रिपुरा के अंतिम महाराजा बीर बिक्रम सिंह के निधन के पश्चात् महारानी कंचनप्रभा (महाराजा बीर बिक्रम की पत्नी) ने त्रिपुरा राज्य का प्रतिनिधित्व संभाला।
¶ भारतीय संघ में त्रिपुरा राज्य के विलय में उन्होंने सहायक की भूमिका निभाई थी।

त्रिपुराः एक नजर में सब कवर
त्रिपुरा उत्तर-पूर्व भारत का एक राज्य है। यह बांग्लादेश, मिजोरम और असम के साथ सीमा साझा करता है। त्रिपुरा अपने उत्तर, दक्षिण और पश्चिम में बांग्लादेश से घिरा हुआ है। इसकी अंतरराष्ट्रीय सीमा की लंबाई 856 किमी (इसकी कुल सीमा का 84 प्रतिशत) है। असम, मेघालय, उत्तरी बंगाल, कोलकाता और भारत के अन्य हिस्सों से होकर जाने वाले NH-44 के ज़रिए यह राज्य शेष भारत से जुड़ा हुआ है।
क्षेत्रफल: 10, 491.69 वर्ग कि.मी.
जनसंख्या: 36,73,917 (जनगणना 2011 के अनुसार)
राजधानी: अगरतला
आधिकारिक भाषाएँ: बंगाली, कोकबोरोक और अंग्रेजी
अन्य भाषाएँ: मोघ, चकमा, हलम, गारो, बिष्णुप्रिया मणिपुरी, मणिपुरी, हिंदी, उड़िया आदि।
ऊंचाई:12.80 मीटर
सर्वाधिक वर्षा: 2855 मिमी (कमलपुर)
न्यूनतम वर्षा:1811 मिमी (सोनमुरा)
साक्षरता दर: 87.8% (2011 की जनगणना के अनुसार)। हाल के आंकड़ों के अनुसार, साक्षरता दर लगभग 96% है।

मणिपुर:
(आजादी से पूर्व व आजादी के पश्चात से संबंधित संक्षिप्त परिचय)
¶ आज़ादी से कुछ समय पूर्व मणिपुर के महाराजा बोधचंद्र सिंह ने मणिपुर की आंतरिक स्वायत्तता को बनाए रखने के लिये विलयपत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
¶ जनमत के दबाव में महाराजा ने जून, 1948 में मणिपुर में चुनाव कराए और राज्य एक संवैधानिक राजतंत्र बन गया। इस प्रकार मणिपुर चुनाव कराने वाला भारत का पहला अंग था।
¶ मणिपुर की विधान सभा में भारत के साथ विलय को लेकर अत्यधिक मतभेद थे।
¶ इतने मतभेदों के बावजूद भारत सरकार ने सितंबर, 1949 में मणिपुर की विधान सभा के परामर्श के बिना एक विलय पत्र पर हस्ताक्षर कराने में सफलता प्राप्त की थी।
मणिपुर: एक नजर में सब कवर
मणिपुर भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्यों में से एक है। इसकी राजधानी और राज्य का सबसे बड़ा नगर इंफाल है। इसकी सीमा नागालैंड, असम और मिजोरम से मिलती है। इनके अतिरिक्त इसकी अंतर्राष्ट्रीय सीमा म्यांमार से मिलती है
राज्यपाल: ला. गणेशन(वर्तमान)
मुख्यमंत्री: एन. वीरेन सिंह(वर्तमान)
क्षेत्रफल 22347 वर्ग किमी.
जनसँख्या: 28,55,794
कुल जिले: 09
राजकीय पुष्प: सिरोय कुमुदिनी
राजकीय पक्षी: मिसिस हूमेस
राजकीय पशु: संगाई हिरण
राजकीय वृक्ष: तून
जन घनत्व: 128
लिंगानुपात: 985
प्रथम मुख्यमंत्री: मैरेमबम कोइरांग सिंह
भाषा: मणिपुरी
लोकनृत्य: मणिपुरी
जनजातियाँ: कुकी, मैटी/मैठी, नागा, अंगामी
त्यौहार: रासलीला, योशांग (होली), लाई हारोबा, चिरओबा, निंगोल


मेघालय:
(आजादी से पूर्व व आजादी के पश्चात से संबंधित संक्षिप्त परिचय)
¶ वर्ष 1947 में गारो एवं खासी क्षेत्र के शासकों ने भारतीय संघ में प्रवेश किया।
¶ मेघालय, भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक छोटा पहाड़ी राज्य है जो 2 अप्रैल, 1970 को असम राज्य के भीतर एक स्वायत्त राज्य के रूप में अस्तित्व में आया।
¶ वर्ष 1972 में पूर्वोत्तर भारत के राजनीतिक मानचित्र में व्यापक परिवर्तन आया तथा केंद्रशासित प्रदेश मणिपुर और त्रिपुरा एवं उपराज्य मेघालय को राज्य का दर्जा मिला।
मेघालय: एक नजर में सब कवर
¶ मेघालय को 2 अप्रैल, 1970 को एक स्वायत्त राज्य के रूप में बनाया गया था।
¶ मेघालय एक पूर्ण राज्य के रूप में 2 जनवरी, 1972 को अस्तित्व में आया। मेघालय का भारत के लिए सटीक ऐतिहासिक, भौगोलिक और नीतिगत महत्व है।
¶ यह उत्तर और पूर्व में असम राज्य और दक्षिण तथा पश्चिम में बांग्लादेश से घिरा हुआ है। इस राज्य में तीन भौगोलिक मंडल हैं गारो (पश्चिम), ख़ासी (केंद्रीय) और जयंतिया (पूर्वी) हिल मंडल।
¶ गारो हिल्स में तुरा श्रेणी पश्चिम से पूर्व तक प्रमुख रूप से एक मध्य हिस्से में स्थित है जहां नोकरेक चोटी स्थित है।
¶ ख़ासी-जयंतिया श्रेणियाँ एक घुमावदार संरेखण के साथ आपस में लिपटी हुई हैं।
¶ जयंतिया हिल्स में श्रेणियों के स्कंध ऊंचाई में शिलोंग के पठार की तुलना में कम हैं; पहाड़ियों के आधार सपाट भूमि, घाटी और घास के मैदानों के साथ-साथ स्थित हैं।
¶ मेघालय वनस्पति और जीवों की समृद्ध प्रजातियों से सम्पन्न राज्य है।
¶ विश्व में ऑर्किड की लगभग 17,000 क़िस्मों में से लगभग 3000 किस्में मेघालय में पाई जाती हैं। एक वनस्पति-विज्ञान का अजूबा कीड़ों को खाने वाला पौधा पिचर पौधा राज्य के जयंतिया हिल्स, पश्चिमी ख़ासी हिल्स और दक्षिण गारो हिल्स जिले में पाया जाता है।
¶ राज्य में पाए जाने वाले पशुओं और पक्षियों में हाथी, बाघ, भालू, जैकाल, तेंदुआ, सुनहरा लंगूर आदि शामिल हैं।
¶ राज्य में पाए जाने वाले रुचिकर पक्षियों में हॉर्नबिल,राजा गिद्ध, कलगी वाला साँप, चील, तीतर, टील, स्नाइप,बटेर आदि शामिल हैं।

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